निराशा किसके जीवन में नहीं आती लेकिन जो इन अपार निराशा के होते हुए भी खुश रहे, सही मायने में जीवन उसने ही जिया है। खुश रहना हर व्यक्ति की अपनी खुद की जिम्मेदारी रहती है। इस बात को कोई नकार नहीं सकता की, किसी को कोई खुश नहीं कर सकता। अगर आप जिंदगी में खुश कैसे रहे के तरीके नहीं ढूंढ पा रहे हैं और खुद को खुश नहीं रख पा रहे हैं, तो यह आपकी सबसे बड़ी गैर जिम्मेदारी का सबूत है।
हमारा जीवन तकलीफों और परेशानियों से भरा होता है। सारा जीवन हम दूसरों को खुश करने या खुशियां ढूंढने में लगे रहते हैं. किंतु हमें खुद का ख्याल नहीं रहता और न ही जानने का प्रयास करते हैं। कि अपने आप को खुश रखना क्यों जरूरी है।
लोग सोचते है कि संसाधनों से ही ख़ुशियाँ आती है. तो फिर इतने बड़े से बड़ा अमीर आदमी चैन की नींद क्यों नहीं आती। उन्हें उनके बिजनेस का तनाव, कंपटीशन की दौड़ की जद्दोजहद सब कुछ होते हुए भी, वो सुकून और खुशी से लाखों कदम दूर ही रहते है।
ऐसी कमाई का क्या फायदा जो निजी जीवन को खुश ना कर पाए। खुश रहना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है यह व्यक्ति क्यों नहीं समझ पाता। भगवान जाने एक रिक्शा चलाने वाला दो वक्त की रोटी कमाने वाला व्यक्ति जो पाता है.
जितनी उसकी पहुंच है. उसको पूरा करता है उतना ही सोचता है. जितना उसको जरूरी है। इसलिए वह दुखी नही रहता है. और अपना काम करता है और सुबह शाम का भोजन करके चैन की नींद सोता है. सबसे ज्यादा खुश रहता है.
जीवन में जो व्यक्ति खुश रहता है उसे भी सही मायने में जीवन जिया होता है। बाकी के तो सारे लोग समय को व्यतीत कर रहे होते हैं, सब कुछ जानते हुए भी जीवन का सही मतलब नहीं समझते। इस और कभी ध्यान नहीं देते की खुद को खुश रखना कितना महत्वपूर्ण है।
खुद को खुश कैसे रखें ?
“खुश क्यों रहे” यही है आज का हमारा टॉपिक। हम इसी मुद्दे पर बात करेंगे, जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें और खुश रहना खुद को कितना जरूरी है यह भी जाने चलिए शुरू करते है।
खुश रहने का क्या मतलब होता है?
खुद को खुश रखने का मतलब होता है कि कितनी भी समस्या चुनौती परेशानी क्यों ना हो, इन सब से निकल कर खुद को खुश करना या रहना, या अपने लिए समय देना, सकारात्मक रहना, एनर्जेटिक रहना उत्साहित रहना, आशावान रहे, खुश रहने के बहाने ढूंढना, छोटी छोटी चीजों में खुशियां ढूंढना।
हमेशा दिल को सुकून करने वाले काम को करना, ऐसे बहुत से तरीके जिसे इंसान खुद को खुश रह सकता है.

खुश रहने का सही मतलब यही है कि कठिनाइयां चाहे जितनी हो, लेकिन चुनौतियों का सामना करते हुए भी हमारा चेहरा हमेशा खिलखिलाते रहना चाहिए। हृदय की प्रसन्नता चेहरे पर दिखनी चाहिए. कहा जाता है कि खुश रहना जिंदा होने की शान होती है ,अकड़ के रहना मुर्दों की पहचान होती है।
निराशा दुख परेशानी को को व्यक्ति केवल पड़ाव समझा जाए और जो व्यक्ति केवल पड़ाव ही समझता है. वही व्यक्ति जीवन में खुश रह पाता है बाकी के लोग तो दुःख विषाद चिंता परेशानी में ही उलझे रहते हैं. और 1 दिन दुनिया से रुखसत हो जाते हैं.इस संसार में जो व्यक्ति इन सब चीजों से ऊपर सोच पाता है. वही जीवन का आनंद ले पाता है.
खुश रहना क्यों जरूरी होता है?
आत्मनिर्भर व्यक्ति ही सही मायने में जीवन का आनंद ले पाता है. बाकी के लोग तो यह दूसरे कंपटीशन और यश कीर्ति बनाने में अपना जीवन व्यतीत कर देते है .उन्हें खुश रहने से कोई मतलब नहीं रहता केवल उनके लिए पैसा धन संपदा यश कीर्ति ही मायने रखती है.
बात आती है खुश क्यों रहे खुश रहने के लिए कोई ऐसा कानून नहीं है. जो आपको बाधित करें आपकी मर्जी आप खुद को कैसे स्थिति में देखना चाहते हैं .मुरझाया परेशान एवं निराशा से भरा चेहरा देखना चाहते हैं. या हमेशा खिलखिलाता हुआ चमकता हुआ, ऊर्जा से भरा उत्साहित फूल की तरह खिला हुआ देखना चाहते हैं .
यह सब आपके ऊपर है लोगों को लगता है कि चुनौतियां बाहर है. लेकिन सबसे बड़ी चुनौती यही है इतनी सारी परेशानियों के बावजूद हम खुश कैसे रह पाएंगे.
खुश रहने के तरीके
खुश कैसे रहें यहां किसी और को खुश करने की बात नहीं चल रही अपने तो अपने आप को खुश रखने की बात चल रही है. खुद को खुश रखना हर मानव का नैतिक जिम्मेदारी है. आप चाहे तो सारा जीवन खुशी खुशी बिता बिता सकते हैं .और चाहे तो दुख और निराशा में. जो व्यक्ति निराशा से ऊपर उठकर खुश होने के बहाने ढूंढता है वही खुश रह पाता है.
बाकी के लोग तो निराशा दुख चिंता परेशानियों के चक्कर में रह जाती है. यदि खुद को खुश रखना है तो उसके कुछ जो मैं आपको टिप्स दूंगी जिस को फॉलो करके आप अपनी जिंदगी में खुशियां ला सकते हैं. हर पल को खुशी से जोड़ सकते हैं ध्यान दीजिएगा .
जीवन का सबसे बड़ा सत्य है आज भी हमें अच्छी आदतें बनानी पड़ती जबकि बुरी आदतें हमें पैदाइशी इनाम में मिली होती है देर से उठना बुरे संगत बुरे काम करना अच्छी चीजों से दूर भागना यह सब हमारे अंदर जन्मजात होता है किंतु अच्छे बनना जल्दी उठना अच्छी संगत करना अच्छी चीजें पढ़ना अच्छे काम करना इन सब आदतों को हमें खुद बनाना पड़ता है इसलिए खुद को खुश करने के लिए हमें अपनी जिम्मेदारी खुद लेनी पड़ेगी और आदत विदा लेनी पड़ेगी खुश रहने की.
1. खुद को समय दे
समय देना सत्य महत्वपूर्ण खुश रहने के लिए आपको अपने यह समय निकालना होता है. जिससे आप खुद से बात कर पाए.आप क्या चाहते हो सुन पाए, अपने आपकी सुन पाए आपकी क्या इच्छा है आप क्या चाहते हैं इन सब को जानने के लिए आपको किसी भी हाल में समय निकालना पड़ेगा.
खुश होने के लिए किसी क साथ की जरूरत नहीं पड़ती. उसे कभी भी परेशानी परेशान नहीं कर सकती.
2. अपनी जिम्मेदारी लीजिए
जिंदगी जीने का मतलब है अपने आप को कमजोर कर रहे हैं. इसलिए अपनी जिम्मेदारी फोटो दीजिए एक मैदान में जिम्मेदार आदमी हमेशा सुकून में रहता है क्योंकि उसे पता रहता है कि कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो अपना काम छोड़कर आपकी मदद करेगा एक तो दफा की बात दूसरी होती है ज्यादा उम्मीद रखेंगे तो आप खुद को दुखी ही पाएंगे इसलिए अपने काम स्वयं करें और जो चीज दुख का कारण बने उनसे दूर रहे.
3. अपनी सुने
लाइफ में दूसरों का सहारा लेना पड़ता है इससे कोई इंकार नहीं कर सकता. सलाह लेना अलग बात है जो सामने वाला कहे केवल उतना ही करना बहुत गलत साबित होता है.
इसलिए सुनो सबकी करो अपने मन की जो आपके मन में है. उसको जांच परख कर खुद से सवाल करें. इसी के अच्छे बुरे कहने से दुखी होना बुरी बात है कोई क्या कहता है इससे दिखी वह सबसे बड़ा बेवकूफी का काम इसलिए दूसरों को अपना ही महत्व दें जितना चल जाए अपने निजी जिंदगी में किसी की दखलअंदाजी ना चलने दे.
4. अपना महत्व समझे
कब तक पहले आप पहले आप करते रहेंगे और आप खुद को छोटा साबित करते रहेंगे मैं यह नहीं कह रहे हैं कि किसी का सम्मान ना दे .किन्तु अपने आप को किसी से कम मत समझिए खुद को महत्व देना अपनी खुसी से बढ़कर दुनिया में कोई दूसरी चीज नहीं.
दूसरे को महत्व देने से लोग आपको कमजोर समझ कर आपको नीचा दिखाने लगते हैं जो हमेशा दुख का कारण बनता है.
5. तनाव से दूर रहें
टेन्सन तनाव सबके जिंदगी में रहता है किंतु तनाव सर न चढ़ पाए तनाव को एक पड़ाव समझे और हो सके तो दूर ही रखें.
6. प्रकृति से जुड़े
कहां जाता है कि जो व्यक्ति जितना जमीन से जुड़ा होता है वह कभी भटकता नहीं प्रकृति से जुड़ने का मतलब है कि हमारी प्रकृति में बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो मन को शांति और सुकून देती पेड़-पौधे जीव जंतु से प्यार बागवानी खेती करना पौधों को सीचना पेड़ पौधे लगाना यह सब कार्य प्रकृति से जोड़ते हैं और आत्मा दिल को सुकून देते हैं।
7. सैर करने जाए
यदि आप परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं कुछ दिनों के लिए सैर पर जाना बहुत अच्छा रहता है. जब मन माइंड रिलैक्स हो जाए और सोचने समझने की अंदर से ताकत महसूस होने लगे. फिर जिंदगी को रफ्तार दीजिये.
8. संतुलित आहार खाये
भोजन तो सब करते हैं किंतु सही और सुपाच्य भोजन जो सरीर को ऊर्जावान रखें. और पोषित तथा स्वास्थ्य करने में सहायक रहे, ऐसा भोजन करना चाहिए. बाजार की चीजें लुभावनी होती है. जो स्वाथ्य खराब करने का काम करती हैं. इससे बचें.
स्वथ्य रहेंगे तभी खुश रहेंगे. संतुलित आहार जो दिल को अच्छा लगे पेट में पाचन करे. अपने मन का भोजन जरूर करें हो सके तो अपने मनपसंद की डिस खुद बनाएं .
9. स्वस्थ्य रहे तंदुरुस्त रहे
आजकल के खान पान में इतना दूषित पन आ गया है. कि व्यक्ति के सामने सबसे बड़ी चुनौती रहती है. खुद को स्वस्थ्य रखा जाए. क्योंकि आप जब स्वस्थ रहेंगे तभी खुश रह पाएंगे स्वास्थ्य का ध्यान रखना खाना संतुलित आहार लेना नियम संयम का ध्यान देना योग प्राणायाम करना.
प्रतिदिन शरीर को जो चीज ना पसंद हो तो बिल्कुल ना करें. अपनी तंदुरुस्ती का ख्याल रखना जरूरी है. एक बार आपने लापरवाही की तो आप बीमारी के चंगुल में आ जाओगे. और फिर दवा इंजेक्शन आपके साथी हो जाएंगे. खुसी आपसे जुदा हो जाएगी.
9. छोटी छोटी वजह ढूंढिए
खुशियों के हाथ पैर तो है नहीं जो आपके पास आएंगे. आपको खुशियां ढूंढनी पड़ेगी वह भी छोटी छोटी चीजों में उसने के लिए बहुत बड़ी वजह नहीं चाहिए. जो व्यक्ति छोटी-छोटी खुशियों को ढूंढने में लगा रहता है. वह सदैव खुश ही रहता है.
कहा जाता है कि पहले अभावों में खुशियां थी अब खुशियों का अभाव है. जब ये डिजीटल दुनिया नही थी . तब लोग कितना खुश रहते थे वही अब खुशियां मानो डिजीटल हो गई है.इसलिए खुशी के लिए संसाधन आवश्यक नहीं है.
9. अपने इंटरेस्ट को पहचाने
दुःख का कारण बनता है कि दूसरों की चीजों या कहे पर चलना उस पर काम करना. हम कभी जानने की कोशिश नहीं करते कि हम किस लिए बने हैं. यह हमारा इंटरेस्ट किस तरफ़ है .अगर इंटरेस्ट पर काम किया जाए और अपना इंटरेस्ट पहचाना जाए.
तो हम किसी काम को सौ प्रतिशत भी दे पाएंगे . और इंटरेस्ट वाली चीजें हमसे बड़ी आसानी से हो जाती है. जबकि बिना इंटरेस्ट वाली चीजो में मस्सकत करनी पड़ती है. इसलिए जो भी हमें सुकून और राहत देता है .जहां सुकून राहत होती है खुसी वहीं से आनी शुरू हो जाती है.
10. अच्छे लोगों से दोस्ती करें
अच्छे दोस्त जो आपका बुरा भला समझे ऐसे लोगों से आपको दोस्ती करनी चाहिए बुरे लोगों से दूर रहना चाहिए ऐसे लोग जो आपको खुशी दे पाए उनका साथ करना चाहिए. जिन्होंने अपने जीवन में सफलता है प्राप्त की हैं उन लोगों को पड़े वह उनकी जीवन से सीख लें जिससे कि आपके अंदर सकारात्मक चीजें आए और उत्साह बढ़े.
11. नई चीजें करें और शीखे
सीखने की कोई उम्र नहीं होती और ना ही कुछ शुरू करने की कोई मुहूर्त होता है हर वक्त कुछ नया करते रहें करने की कोशिश करें और नई चीजें स्किल सीखने का प्रयास करें इससे हमारा माइंड एक चीज में अटकता नहीं और हम ऐसा करते करते समय का सही उपयोग करना भी सीख जाते समय की कीमत को समझने की कोशिश करते रहे. नकारात्मकता पास ना आने दे अच्छे विचार दिमाग में रखे जिससे कि आपका दिल मन प्रसन्न हो.
12. इग्नोर करना शींखे
जो बातें आपकी हिट की ना हो उन्हें इग्नोर करना सीखिए. अक्सर यह होता है कि लोग हमारे विषय में गलत बोलते हैं और हम उसे दिल पर ले लेते हैं. जो हमारे दुख का कारण बना रहता है.
जबकि जिसने हमें कुछ बोला है उसको किस बात का कोई मलाल नहीं होता कि उसने आपका दिल दुखाया है. इसलिए आपको किसी की बातों को दिल से लगाने की कोई जरूरत नहीं है.इग्नोर करिए और करना और खुश रहिए।
क्या बिना पैसों के भी खुश रहा जा सकता है?
क्यूँ नहीं। ख़ुशी की परिभाषा सभी लोगों के लिए अलग अलग होती है। किसी को परिवार के साथ होने में ख़ुशी दिखायी पड़ती है तो किसी को पैसे में। ये आपके ऊपर रहा की आप किस चीज़ में अपने लिए ख़ुशी खोजते हैं।
क्या कोई हमेशा ख़ुशी रह सकता है?
इसका आसान जवाब नहीं है। क्यूँकि ख़ुशी और ग़म जीवन के दो पहलू है। यदि जीवन में ग़म नहीं होगा तब हमें ख़ुशी की ज़रूरत भी महसूश नहीं होगी। ऐसे में यदि आप छोटे से छोटे चीजों में यदि ख़ुशी ढूंढ पाए तब आप हमेशा ख़ुशी रह सकते हैं।
अंतिम शब्द
जीवन मे निराशा चाहे जितनी आये परेशानियों का चाहे भंडार लगा हो किन्तु हमे खुश रहने के छोटे छोटे बहानों को ढूंढ़ना चाहिए. यही जीवन है. यह आपके ऊपर किया जीवन को हंसते मुस्कुराते जीना चाहते हैं या दुख विषाद चिंता से मुरझाये हुए चेहरे के साथ रहना चाहते हैं.
आज का हमारा आर्टिकल खुश कैसे रहें को पढ़कर यदि आपको पढ़कर खुश रहने की इंपोर्टेंस के बारे में जानकारी अच्छी लगी हो. तो इसे अपने दोस्त यारों के साथ भी सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकि वह भी इस आर्टिकल का लुफ्त उठा सके. और जीवन में खुश कैसे रहा जाए को सीख सकें।
यदि इस आर्टिकल से संबंधित आपके मन में कोई डाउट यह सवाल है तो उसे अपने कमेंट करना माध्यम से हम से पूछ कर पूछ सकते हैं.
nice article, your way of writing is really unique…very informative as well as very valuable content…
Good .
अच्छा लगा